"यादव समाज कल्याण समिति, नोएडा" द्वारा आयोजित समारोह आदि का समाचार, चित्र आदि को यहाँ समय-समय पर प्रकाशित किया जायेगा।
"यादव समाज कल्याण समिति, नोएडा" द्वारा आयोजित समारोहों के समाचार, चित्र आदि को यहाँ समय-समय पर प्रकाशित किया जायेगा। आपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी।
ढीठ बड़ो जसुदा को लला, भरी भीर में नैन लड़ाबतु है।
आली कहूँ किनसों मन की, मोपै साँबरो रंग चढ़ाबतु है।।
हौं कहि हारी बिथा सिग सौं, पै कोऊ न धीर बँधाबतु है।
जानै कौन सी वो चटसार पढ़ो, सबै उलटो पहाड़ो पढ़ाबतु है।।
रूप अनूप निहारत ही, अँखियाँ हमरी रसखान भई हैं।
ब्याधि दुरी सिगरी मन की, तन पाँखुरियाँ छबिमान भई हैं।।
आलस नांय बसै नियरे, घड़ियाँ गमगीन पयान भई हैं।
मोहन कौ लखि के हिय में, नख तें सिख लौं रसखान भई हैं।